आज शाम 
दौड़ते हुए कुछ बच्चे 
हाथों में गुब्बारे 
रंगीन कागज़ 
और 
तिरंगा 
चेहरों की 
मासूम ख़ुशी 
देखने लायक ... 
नन्हीं आँखों 
में जबरदस्त आशाओं की लहरें  ... 
यह बच्चे है 
अनामिका 
रवि 
वंदना 
मनोज 
चित्रा 
किसी के पापा फूल बेचते है 
तो किसी के पापा मिस्त्री या ड्राइवर 
दूर तक 
सजा गए 
मन  
माहौल 
और 
दीवारें ... 
- निवेदिता दिनकर 
  २६/०१/२०१६  
फोटो : शान से सजाता 'तिरंगा' एक बच्चा 
