बुधवार, 3 मार्च 2021

किस्सागोई 




 

(१)
कुछ देर बाद वह भीड़ वाली गली को छोड़ पेड़ों और हरी भरी घास के जंगल में पहुँचा | वहाँ की शुद्ध और ताज़ी हवा उसे बहुत अच्छी लगी ...
( २)
थोड़ी देर उड़ने के बाद बेनी चिड़ा थक गया | एक पीपल के पेड़ की मोटी टहनी पर वह बैठ गया और आंखें मूंदकर सुस्ताने लगा ...
( ३)
गोली की आवाज़ सुन सुरीली चौंकी | नीचे नज़र गई तो हैरान रह गई | इस से पहले शिकारी दोबारा गोली चलाता वह उड़ गई | अपने दोस्त को सुरक्षित जाते देख मीठी बहुत खुश हुई |
(४)
नदी के किनारे एक बड़ा पीपल का पेड़ था | उसके तने के छोटे छेद में चीची चींटी ने अपना घर बना रखा था | वह उसमे बड़े आराम से रहती थी ...
( ५ )
यह सम्मोहन अभी सोये हुए हैं
चलो, खटखटाते है ...
- निवेदिता दिनकर
०२/०३/ २०२१

सोमवार, 1 मार्च 2021

धीरे धीरे हौले हौले ...




 नदी के किनारे एक बड़ा पीपल का पेड़ था |

उसके तने के छोटे छेद में चीची चींटी ने अपना घर बना रखा था | वह उसमे बड़े आराम से रहती थी ...


ऐसे किस्सों को दोबारा खोज रही हूँ ...
धीरे धीरे हौले हौले ...

- निवेदिता दिनकर
01/03/2021