सुनहरा एहसास .....पल पल की ....धडकनों से गुजरती हुई स्याही तक का सफ़र ....
क्या बात है...
sundar ..
लहर लहर हर पल हर प्रहरकुछ कहती सी, बहता चल न ठहर।
वाह, बहुत खूब
मित्रों, बहुत ही ख़ुशी होती है जब आप जैसे साहित्यकार मेरे ब्लॉग पर आते है और हौसला अफजाही कर जाते है , बहुत शुक्रिया आपकी,निवेदिता दिनकर
क्या बात है...
जवाब देंहटाएंsundar ..
जवाब देंहटाएंलहर लहर हर पल हर प्रहर
जवाब देंहटाएंकुछ कहती सी, बहता चल न ठहर।
वाह, बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमित्रों, बहुत ही ख़ुशी होती है जब आप जैसे साहित्यकार मेरे ब्लॉग पर आते है और हौसला अफजाही कर जाते है , बहुत शुक्रिया
जवाब देंहटाएंआपकी,
निवेदिता दिनकर