रविवार, 22 जुलाई 2018

एक माँ का सपना



दोस्तों, अर्ज़ है, पोस्ट् आखिर तक पढ़े ...
बिटिया का बी टेक में एडमिशन हो गया है , कंप्यूटर साइंस ब्रांच में |
यह बेहद ख़ुशी की बात है | हम बहुत ही प्रसन्न है |
२०१७ में उ प्र बोर्ड से ७६ प्रतिशत नंबर , फिजिक्स , केमिस्ट्री , मैथमेटिक्स लेकर, बिलकुल भी आसान नहीं | वह भी कोचिंग, टूटोरियल के बिना, अपने दम पर | वैसे कोचिंग लेना कोई बुरी बात नहीं , पर कुछ घर की मजबूरियों के चलते नहीं बन सका | समय समय पर बच्चों से संपर्क बनाये रखना ज्यादा जरूरी है सो मोटिवेशन, बातचीत का जरिया लगातार चलता रहा |
अच्छे नम्बरों की वजह से उ प्र सरकार की तरफ से स्कॉलरशिप भी मिल गया |
वैसे तो २०१७ में भी बी टेक में एडमिशन मिल जाता, मगर इंजीनियरिंग डिप्लोमा में दाखिला लेना पड़ा | इलेक्ट्रिकल में | कमाल की बात यह रही कि कॉलेज के सारे ब्रांचेज में, फर्स्ट सेमेस्टर में बिटिया ने ही टॉप किया |
तो इस साल ठान लिया गया किअब बस |
बी टेक के दाखिले के लिए ... और मशक्कत रंग लायी , आगरा के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में आखिरकार दाख़िला मिल गया |
बिटिया की माँ यानि मेरी गृह कार्य सहायिका का सर गर्व से ऊँचा और साथ उसका पूरा परिवार बेहद खुश और निश्चिन्त |
शुरुआती रुपये पैसे , जो भी लगे , दे दिए गए है | एक नेक काम ऐसा हमसे हो पाया , हम इसके लिए ऊपर वाले और सारे शुभचिंतको का दिल से आभार प्रकट करते है |
इस घटना से मन फूला नहीं समां रहा है ... एक माँ का सपना सच होते देख कर ...

- निवेदिता दिनकर
  २१ /०७/२०१८

1 टिप्पणी:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (23-07-2018) को "एक नंगे चने की बगावत" (चर्चा अंक-3041) (चर्चा अंक-3034) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    राधा तिवारी

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