गुरुवार, 31 मई 2018

जस्ट वॉन बकेट ऑफ़ वॉटर ...



पानी
अगर सीधे नल से न लेकर... 
आर ओ या वाटर पयूरिफायर का हो,
तभी शुद्ध मानते है।
बॉटलड हो तो और बेहतर।
बिसलेरी या वेदिक का हो तो क्या कहने।
अपने जीवन का स्तर कितना ऊँचा करते जा रहे है, न...
बड़े ही एलीट क्लास।
रादर क्लास बियोनॅड कम्पेयर ... मानना पड़ेगा।
पारा पचास डिग्री पहुँच रहा है।
हमें क्या फ़िक्र ... कुआँ थोड़ी न खोदना है।
न पानी के लाइन में घंटों खड़े होना है।
बट, हू आर दिज लेडिज?
दे आर वेटिंग फ़ार देयर टर्न...
फ़ार जस्ट वॉन बकेट ऑफ़ वॉटर |
ओह...
पुअर लेडिज...
- निवेदिता दिनकर
  30/05/2018
तस्वीर : यह आगरा के कछपुरा गॉव की है | यह महिलायें सुबह, दोपहर, शाम घंटो अपनी बारी का इंतज़ार करती हुई मिलती है | दूर दूर तक कोई दूसरा हैंड पंप भी नहीं है | उसके बाद यही महिलायें घर के बाकी  काम काज भी निपटायेंगी | 

1 टिप्पणी:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (01-06-2018) को "साला-साली शब्द" (चर्चा अंक-2988) (चर्चा अंक 2731) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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