शनिवार, 9 मार्च 2013

फ़ना





Inspired by Oscar Wilde Ouotes " Death must be so beautiful ...."


अब न कोई डर, न कोई पीड़ा 
न हताशा 
न ध्वस्त्ता 
न नादानी 
न कोई नीचता । 
न मिलन 
न समागम 
अब न कोई माशूका 
न कोई हमदम। 
न  व्याध 
न छल 
व्याप्त केवल दिव्य करतल । 
माटी का मानस 
सुवास का संगीत 
अथाह शांति 
और फ़ना अर्जित ॥   
और फ़ना अर्जित ॥   



 निवेदिता दिनकर 

4 टिप्‍पणियां:

  1. सच मौत से प्यारा क्या होगा ...जो सारी उलझनों से बचा कर सुकून दे सके .....बढिया रचना

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    1. शुक्रिया....शिखा .....ऐसी आती रहा करो और मुझे अपने लफ्जो से मालामाल किया करो!!

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  2. सुंदर... मृत्यु बोध ...जीवंत चित्रण

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