शनिवार, 6 अक्तूबर 2018

लघुप्रेमकविता ६



तुम्हारी उतारी
'शर्ट'
की खुशबू मुझे बेहद पसंद है |
उसकी गंध मेरे देह में लिपट
मुझे देर तक
भिगोय रखती है |
जैसे
गर्भ में आए 'सद्द शिशु' ...
- निवेदिता दिनकर

1 टिप्पणी:

  1. आपको सूचित किया जा रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल सोमवार (08-10-2018) को "कुछ तो बात जरूरी होगी" (चर्चा अंक-3118) पर भी होगी!
    --
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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