एक आला कथाकार, उपन्यासकार, बारीकी से रिश्तों को बुनने वाली शिवानी जी को
उनके जन्मदिवस व प्रत्येक दिवस पर मेरा प्रणाम |
उनकी लिखी अति संवेदनशील कहानी ''लाल हवेली'' का पाठ करते हुए मैं कई बार सिहरी ...
स्त्री दर्पण व विमल कुमार जी का हार्दिक आभार जिन्होंने मुझे इतना बड़ा मंच दिया ...
सुन्दर वाचन | शिवानी जी उत्तराखण्ड के कुमाऊं अंचल से थी उन्के लेखन में आँचलिक प्रभाव देखा जा सकता है | नमन जन्मदिन पर उन्हें |
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