Sunehra Ehsaas
सुनहरा एहसास .....पल पल की ....धडकनों से गुजरती हुई स्याही तक का सफ़र ....
बुधवार, 17 जून 2015
बेकरारी
अरे सुनो,
बेचैन रात की रानी की मादक खुश्बू मुझे जगा रही है
और
मुझे जगे रहना है ता गुलाबी लम्हा …
- निवेदिता दिनकर
17/06/2015
फोटो क्रेडिट्स - दिनकर सक्सेना , लोकेशन - नौकुचिअताल
1 टिप्पणी:
Raju Patel
18 जून 2015, 7:37:00 pm
जागते रहो..... आमीन :)
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