सुनहरा एहसास .....पल पल की ....धडकनों से गुजरती हुई स्याही तक का सफ़र ....
यादों के काफ़िले में नायाब चीज़े ही हो , जरूरी नहीं ...
पर रेंगती ज़िन्दगी में बहार जरूर ले आती है ...