दोस्तों, अर्ज़ है, पोस्ट् आखिर तक पढ़े ...
बिटिया का बी टेक में एडमिशन हो गया है , कंप्यूटर साइंस ब्रांच में |
यह बेहद ख़ुशी की बात है | हम बहुत ही प्रसन्न है |
२०१७ में उ प्र बोर्ड से ७६ प्रतिशत नंबर , फिजिक्स , केमिस्ट्री , मैथमेटिक्स लेकर, बिलकुल भी आसान नहीं | वह भी कोचिंग, टूटोरियल के बिना, अपने दम पर | वैसे कोचिंग लेना कोई बुरी बात नहीं , पर कुछ घर की मजबूरियों के चलते नहीं बन सका | समय समय पर बच्चों से संपर्क बनाये रखना ज्यादा जरूरी है सो मोटिवेशन, बातचीत का जरिया लगातार चलता रहा |
अच्छे नम्बरों की वजह से उ प्र सरकार की तरफ से स्कॉलरशिप भी मिल गया |
यह बेहद ख़ुशी की बात है | हम बहुत ही प्रसन्न है |
२०१७ में उ प्र बोर्ड से ७६ प्रतिशत नंबर , फिजिक्स , केमिस्ट्री , मैथमेटिक्स लेकर, बिलकुल भी आसान नहीं | वह भी कोचिंग, टूटोरियल के बिना, अपने दम पर | वैसे कोचिंग लेना कोई बुरी बात नहीं , पर कुछ घर की मजबूरियों के चलते नहीं बन सका | समय समय पर बच्चों से संपर्क बनाये रखना ज्यादा जरूरी है सो मोटिवेशन, बातचीत का जरिया लगातार चलता रहा |
अच्छे नम्बरों की वजह से उ प्र सरकार की तरफ से स्कॉलरशिप भी मिल गया |
वैसे तो २०१७ में भी बी टेक में एडमिशन मिल जाता, मगर इंजीनियरिंग डिप्लोमा में दाखिला लेना पड़ा | इलेक्ट्रिकल में | कमाल की बात यह रही कि कॉलेज के सारे ब्रांचेज में, फर्स्ट सेमेस्टर में बिटिया ने ही टॉप किया |
तो इस साल ठान लिया गया किअब बस |
तो इस साल ठान लिया गया किअब बस |
बी टेक के दाखिले के लिए ... और मशक्कत रंग लायी , आगरा के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में आखिरकार दाख़िला मिल गया |
बिटिया की माँ यानि मेरी गृह कार्य सहायिका का सर गर्व से ऊँचा और साथ उसका पूरा परिवार बेहद खुश और निश्चिन्त |
शुरुआती रुपये पैसे , जो भी लगे , दे दिए गए है | एक नेक काम ऐसा हमसे हो पाया , हम इसके लिए ऊपर वाले और सारे शुभचिंतको का दिल से आभार प्रकट करते है |
इस घटना से मन फूला नहीं समां रहा है ... एक माँ का सपना सच होते देख कर ...
- निवेदिता दिनकर
२१ /०७/२०१८
२१ /०७/२०१८