tag:blogger.com,1999:blog-9027075512799602477.post7221548399091150521..comments2023-10-23T20:32:48.600+05:30Comments on Sunehra Ehsaas: दर्शन Nivedita Dinkarhttp://www.blogger.com/profile/10249095037011507485noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9027075512799602477.post-71487710527278061322013-03-06T00:37:30.537+05:302013-03-06T00:37:30.537+05:30बहुत आभार, अनुराग! जब मै मानसिक कष्ट से गुजर रही ...बहुत आभार, अनुराग! जब मै मानसिक कष्ट से गुजर रही थी , यह रचना मेरे दिल के अन्दर से उपजी थी और मुझे थोडा शांति की प्राप्ति भी हुई थी ..... <br />Nivedita Dinkarhttps://www.blogger.com/profile/10249095037011507485noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9027075512799602477.post-86226717004874844802013-03-05T14:41:21.437+05:302013-03-05T14:41:21.437+05:30पुन: प्रकाशित साहर्दय ये पंक्तीयाँ ...
यादो के ना...पुन: प्रकाशित साहर्दय ये पंक्तीयाँ ... <br />यादो के नाज़ुक मोड़ पर <br />हमारे दरमियान <br />क़तरा क़तरा <br />मंद मंद <br />आत्मीयता <br />मनुष्यत्व <br />हिला के अंतर्मन <br />ले लिया जब रुखसत<br />तब जाना <br />क्या होता कुदरती दर्शन ।<br /><br /> आपकी रचना दर्शन का एकाग्र भाव दे रही है .. बहुत ही प्रभावी कुछ नया पढने के लिये ! .. सुन्दर , काव्य शिल्प <br />--------------------आभार ! साझा करने के लिये <br />सादर <br />अनुराग त्रिवेदी एहसास Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02572920669376492196noreply@blogger.com